जी रहे तन्हाई में कैसे है हम जी रहे तन्हाई में कैसे है हम
हम एक साथ नहीं पर साथ-साथ हैं! हम एक साथ नहीं पर साथ-साथ हैं!
कुछ तुम आगे बढ़ो कुछ मैं, कुछ तुम आगे बढ़ो कुछ मैं,
जब भी मैं, तेरा चेहरा भूलाता हूँ हर बार, खुद ही को भूल जाता हूँ… जब भी मैं, तेरा चेहरा भूलाता हूँ हर बार, खुद ही को भूल जाता हूँ…
ख़ुशियों से न उलझो यूँ ही बेवक़्त, सुलझती नहीं अपने से ये क़भी! ख़ुशियों से न उलझो यूँ ही बेवक़्त, सुलझती नहीं अपने से ये क़भी!
कुछ झुकती निगाहों से....कुछ उठती निगाहों से.... कुछ होठों से भी......मैं उन लफ़्ज़ों को कुछ झुकती निगाहों से....कुछ उठती निगाहों से.... कुछ होठों से भी......मैं उन लफ़्...