न जाने कब ये दिल बेपरवाह बेफिक्र होता है न जाने कब ये दिल बेपरवाह बेफिक्र होता है
दुआ है कि इस सफर में उन्हें जिंदगी मयस्सर होगी। दुआ है कि इस सफर में उन्हें जिंदगी मयस्सर होगी।
आइने तूने दिखाया क्या है ज़िंदगी धूप या छाया क्या है! आइने तूने दिखाया क्या है ज़िंदगी धूप या छाया क्या है!
आज तू मयस्सर नहीं मेरे रूबरू तनहा शायर हूँ आज तू मयस्सर नहीं मेरे रूबरू तनहा शायर हूँ
जब भी मैं, तेरा चेहरा भूलाता हूँ हर बार, खुद ही को भूल जाता हूँ… जब भी मैं, तेरा चेहरा भूलाता हूँ हर बार, खुद ही को भूल जाता हूँ…
कब पैरों तले खिसक जाती है ज़मीं ख़बर नहीं होती। कब पैरों तले खिसक जाती है ज़मीं ख़बर नहीं होती।