हम हर दिल मे बस जाते हैं फूल की तरह कभी सागर सा प्यार तो कभी शूल की तरह हम हर दिल मे बस जाते हैं फूल की तरह कभी सागर सा प्यार तो कभी शूल की तरह
कुछ झुकती निगाहों से....कुछ उठती निगाहों से.... कुछ होठों से भी......मैं उन लफ़्ज़ों को कुछ झुकती निगाहों से....कुछ उठती निगाहों से.... कुछ होठों से भी......मैं उन लफ़्...