सामने आए गर वो जाहिल हम तो जीने की दुआ करते हैं ! सामने आए गर वो जाहिल हम तो जीने की दुआ करते हैं !
छोड़कर आना सारे रियासत, रिवायत तुम मुझे फिक्र नहीं इस जालिम ज़माने की। छोड़कर आना सारे रियासत, रिवायत तुम मुझे फिक्र नहीं इस जालिम ज़माने की।
कुछ जाहिलों के कारण हम अपनी यारी गवाँ बैठे। कुछ जाहिलों के कारण हम अपनी यारी गवाँ बैठे।
कुछ भोले बन मुस्काते हैं और किस्से बड़े सुनाते हैं। कुछ भोले बन मुस्काते हैं और किस्से बड़े सुनाते हैं।
पढ़ी हर एक किताब पर तेरी आँखें नहीं पढ़ीं वो शख़्स अल्लामा हो के भी जाहिल है पढ़ी हर एक किताब पर तेरी आँखें नहीं पढ़ीं वो शख़्स अल्लामा हो के भी जाहिल है
सिर्फ कोसते हुए काहिल है, खुद को बताते तो ज्ञानी है सिर्फ कोसते हुए काहिल है, खुद को बताते तो ज्ञानी है