किसी ने पुकारा भी हो तो सिर्फ बंद दरवाज़ों के झरोखे से तमाशा देखते हैं और खुद को महफूज समझ उस... किसी ने पुकारा भी हो तो सिर्फ बंद दरवाज़ों के झरोखे से तमाशा देखते हैं और ...
बस एक करवट बदलने की देर है, और सब समतल हो जाएगा। बस एक करवट बदलने की देर है, और सब समतल हो जाएगा।
हवा से बात करती अट्टालिकाएं, हैं मौन, चुपचाप सी खड़ी। हवा से बात करती अट्टालिकाएं, हैं मौन, चुपचाप सी खड़ी।
बड़ी-बड़ी ऊॅंची-ऊॅंची... इन इमारतों की दुनिया है बड़ी! बड़ी-बड़ी ऊॅंची-ऊॅंची... इन इमारतों की दुनिया है बड़ी!
बीत जाएंगे सावन बिना भीगे हुए ही बीत जाएंगे सावन बिना भीगे हुए ही