होती हैं कुछ बातें अनसुनी सी होते हैं कुछ लोग सुनने वाले इसे होती हैं कुछ बातें अनसुनी सी होते हैं कुछ लोग सुनने वाले इसे
इन दिनों छेड़ मत मुझे, क्यूँकि इन दिनों खूब भर गया हूँ मैं। इन दिनों छेड़ मत मुझे, क्यूँकि इन दिनों खूब भर गया हूँ मैं।
कुछ अनदेखी कुछ अनसुनी बातों को कह देती हैं, नादान सा दिल में कुछ होशियारी भर देती है ! कुछ अनदेखी कुछ अनसुनी बातों को कह देती हैं, नादान सा दिल में कुछ होशियारी भर ...
बैठे हैं आज अहम के चश्में सम्भाल कर बैठे हैं आज अहम के चश्में सम्भाल कर
मेरे पास छोड़ जाओ ग़मो का क़ाफ़िला, बेरंग तस्वीर छुपी हुई सी !! मेरे पास छोड़ जाओ ग़मो का क़ाफ़िला, बेरंग तस्वीर छुपी हुई सी !!
यूँ तो दिखता सही सलामत हूँ पर ओ डरावनी बातें दिल को दहला गयी है। यूँ तो दिखता सही सलामत हूँ पर ओ डरावनी बातें दिल को दहला गयी है।