अनहोनी की आशंका में अधिक पाने के लोभ में मनुज करता याचना अनहोनी की आशंका में अधिक पाने के लोभ में मनुज करता याचना
यहां सब ठीक कुछ भी नहीं हुआ कुछ भी तो नहीं। यहां सब ठीक कुछ भी नहीं हुआ कुछ भी तो नहीं।
अंत से आती रेखा जैसा होता है अंत से आती रेखा जैसा होता है
हमारा इंतजाम करते हैं आओ थोड़ा व्यायाम करते हैं। हमारा इंतजाम करते हैं आओ थोड़ा व्यायाम करते हैं।
आशंका दिल में एक उठी जब, ना-व्यथा से व्यथित जीवन, आशंका दिल में एक उठी जब, ना-व्यथा से व्यथित जीवन,
बीमारी ने ना मारा अगर भूख जरूर मार जाएगी। बीमारी ने ना मारा अगर भूख जरूर मार जाएगी।