मंजिल तक पहुंचने तक तय करना होता है एक लंबा सफर। मंजिल तक पहुंचने तक तय करना होता है एक लंबा सफर।
प्रकृति में निरंतर चलता है नवनिर्माण का ये सिलसिला। प्रकृति में निरंतर चलता है नवनिर्माण का ये सिलसिला।
मुझे दूर खड़े देख वह बोले क्या तुमको ज्योतिष पर विश्वास नहीं मैं तुमको भी बतलाऊंगा, मुझे दूर खड़े देख वह बोले क्या तुमको ज्योतिष पर विश्वास नहीं मैं तुमको भी ...
राज गद्दी के लोभ ने फिर से जनता के बीच में लाया है। राज गद्दी के लोभ ने फिर से जनता के बीच में लाया है।
डर के लहरों से भला, तू साहिल पे है क्यों खड़ा? डर के लहरों से भला, तू साहिल पे है क्यों खड़ा?
इस धुंधली सी आंधी को दूर से ही नमस्कार कर दो। इस धुंधली सी आंधी को दूर से ही नमस्कार कर दो।