वतन के सपूतों
वतन के सपूतों
वतन के सपूतों, वतन पे शहीद हो।
तुम ही तो देश की जान हो ।।
वतन के जवानों , वतन पे फिदा हो।
तुम ही तो देश की शान हो।।
वतन के सपूतों ------------------ ।।
अगर कोई हो दुश्मन वतन का।
सिखाना सबक ऐसा उसको।।
आये नहीं फिर नजर वह यहाँ पर।
तुम्हारा रहे डर हमेशा उसको।।
वतन के लोगों , वतन से वफ़ा हो।
तुम ही तो देश की आन हो ।।
वतन के सपूतों ------------------।।
देकर जिन्होंने कुर्बानी अपनी।।
इस देश को आजाद किया।।
लूट गये चाहे वो मिट गये ।
लेकिन चमन को नहीं लूटने दिया।।
आपस में लड़कर लहू मत बहाओ।
नहीं कम वतन का सम्मान हो ।।
वतन के सपूतों --------------------।।
