वो आज की नारी है
वो आज की नारी है
जीवन उसका संघर्ष भरा
हर मोड़ एक परीक्षा, हर कदम एक चुनौति है
फिर भी कभी ना ठहरी वो, कभी ना हारकर लौटी है
वो आज की नारी है
सोच पर संयम और मन में दृढ विश्वास
चाहे आ जाए कितनी मुश्किलें, कायम रखती है वो आस
हर रूप उसका निराला, नज़रें टिकी लक्ष्य के पास
यही गुन बनाते उसको प्रेरणादायी और खास
अपने सरल स्वभाव के कारण वो लगती प्यारी और न्यारी है
वो आज की नारी है
अपने सदाचार और व्यवहार से
उसने जीता है सबका मन
घर परिवार और अपने कर्त्तव्य पर
हमेशा से रही वो अर्पण
मान, मर्यादा और सम्मान पर आंच आयी अगर
दिखाया है उसने जग को, साहस और शमता का सागर
जितनी है वो कोमल ह्रदय से, उतनी ही शक्ति धारी है
वो आज की नारी है
प्रेम, करुणा और शालीनता
सदा ही रहे उस्की पहचान
अपने काबिल तरिकों से
छू रही कामयाबी के आसमान
उस्की गरिमा और गौरव की कहानियाँ जगाए एक उमंग
हौसले भरे विचार और नई सोच की तरंग
अदभुत जोश और हर स्थिति में समझदारी है
वो आज की नारी है।
