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एहसास- ए- लखनवी

Inspirational

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एहसास- ए- लखनवी

Inspirational

विसंगति

विसंगति

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विसंगति की धारा पर ही

फूटती हैं सृजन की कोपलें

 विसंगति ही देती है कृति को

 ठोस आधार

 विसंगति में होती है परीक्षा

 हर सद्गुण की

 विपरीत परिस्थिति में ही

 उभर आती है प्रतिभा

 स्वर्ण की परख चमकने से नहीं

 होती है अग्नि में तपने से ही

 हर सृजन है विसंगति से

 पार पाने का एक साधन

एक माध्यम

 विसंगतियों के धरातल पर ही हुआ है

 सभ्यता का विकास

 विसंगतियों में ही खोजा जा सका

 विज्ञान का प्रकाश

 विसंगति आवश्यकता है

 प्रकृति है प्रेरणा है

 विसंगति ऊर्जा का स्फुरण है.


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