वीर सपूतों को शत -शत शीश नमाते है ....
वीर सपूतों को शत -शत शीश नमाते है ....
देश की रक्षा के लिए ये कोहिनूर बने है -२
कितने कितने त्याग और समर्पण की धुन
लिए ये चले है, सबसे पहले शत शत नमन
मिसाल समर्पण की ये योद्धा बने है ......
आज जो हर शख़्स सुकून से सोया है ये सुकून
वीर माताओं के आंसुओं ने ही बोया है ,जीवन
हमारा आभारी है इन वीर सैनिकों का जो हर
मौसम में भारत माता की करता पहरेदारी है ....
हर एक सैनिक हीरा है इस देश का उन हीरों का
सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है, परिवार का
बिछड़न, दूरी प्यार से, अपने बच्चों की जुदाई ,
माँ की परवाह ,सब भावनाओं को दिल में समेटे
ये वीर ड्यूटी अपनी निभाते है समर्पित करके पूरा
जीवन अपनी व्यथा फिर भी नहीं किसी को बताते
है ये सैनिक ....ये सैनिक ही है हमारे असली हीरो
जो वास्तविकता में नैतिकता हमें सिखाते है ....२
क्या ये सुख, ये सुकून, ये आराम...चाह नहीं होती
है इन्हें ,ये सब दाँव पर लगाकर ये भारत माता के
पुत होने का फ़र्ज़ निभाते है ......
सैनिक जो हमारे है सभी नैतिक मूल्यों के जीवंत सितारे
है हर अहसासों को दिल समेटकर धुन सेवा की लिये
ये निकल जाते है परिवार सारा ही समर्पित कर जाते है
पर ये वीर पुत इस व्यथा को नहीं जताता है .....
वास्तविक नायक है ये जीवन में सिर्फ लक्ष्य सेवा को ही
बनाते है समस्त वीर सपूतों को हम शत शत शीश नमाते है
समस्त वीर सपूतों को हम शत शत शीश नमाते है ....
समस्त वीर सपूतों को हम शत शत शीश नमाते है ....