वीर की गाथा
वीर की गाथा
वीर चले थे,
वीर लड़े थे,
सरहद पर डटकर खड़े थे।
सांस चली थी जब तक,
लड़े थे,
आँखें खुली थी जब तक,
लड़े थे।
अपने देश की खातिर,
गोलियों की बरसात में,
खून से लथपथ खड़े थे।
वीर चले थे,
वीर लड़े थे,
सरहद पर डटकर खड़े थे।।
वीर चले थे,
वीर लड़े थे,
सरहद पर डटकर खड़े थे।
सांस चली थी जब तक,
लड़े थे,
आँखें खुली थी जब तक,
लड़े थे।
अपने देश की खातिर,
गोलियों की बरसात में,
खून से लथपथ खड़े थे।
वीर चले थे,
वीर लड़े थे,
सरहद पर डटकर खड़े थे।।