तेरी बिन्दी ,तेरा निर्णय
तेरी बिन्दी ,तेरा निर्णय
तेरे माथे पर चमकती बिन्दी बहुत खूब है ,
अगर यह सिर्फ तेरे सुहाग की नहीं ,
बल्कि आत्मविश्वास की भी निशानी है।
हर नारी एक वृत्त होती है ,अपने आप में पूरी ;
इसी पूर्णता की द्योतक है बिन्दी तेरी ।
बिन्दी को अपनी तू ,अपना सूरज बना लेना।
फिर गुलामी की नहीं ,आज़ादी की सुबह में साँस लेना।
माथे पर तुझे सजानी है या नहीं ,
तेरी बिन्दी ,तेरा निर्णय ;यही है सच्ची आज़ादी तेरी ।
