सवाल
सवाल
यूँ अगर सब अच्छा ही होता जिंदगी में बस
सीख ना पाते हैं हम कुछ भी जबरदस्त,
जो चखा ना होता हमने हार का स्वाद
कैसे कर पाते जीत की खुशी का एहसास,
जिंदगी का हर पल कुछ ना कुछ सिखाता है
जैसा भी हो समय पर काम सब आता है ,
यू ही कोई सिकंदर या सूरमा नहीं बनता
तपे बिना आग में तो सोना भी कुंदन नहीं बनता
तो अगर हम हार के डर से जो यूं हार जाएंगे
तो सोचो क्या आगे कभी हम बढ़ पाएंगे?
होती सिर्फ जीत नहीं, जो हमे कुछ सिखलाती है
हार भी हमें एक नया तरीका बताती है
जो एडिसन को पहली बार मे सही तरीका मिल जाता
पता ना कभी चलता कि क्या क्या काम नहीं आता ,
क्यों भूल जाते है हम वही जो होता है सबसे जरूरी
हार को हराकर ही होती है जीत की नींव पूरी.