सतरंग
सतरंग
सत रंगी खुशियां संग संग लाई।
रंग रंग होली लो आई आई।
आया फागुन और खिली है कुंज कुंज
डाली डाली पे बैठी झूले कोयल गूंज
बासंती गान खूब लाई लाई
रंग रंग होली लो आई आई
पवन दीवानी आंचल उड़ाए
सूरज सुनहरी रंग को उछाले
हरियाली धरती की गोदी में खेले
फूले फाले और पाए बधाई।
रंग रंग होली है आई आई
मनवा रंगा आज प्रीत के गुलाल से
सजनी साजन खेले रंग संग फाग के
लज्जा की लाली खिली नजरो के ताल से
यौवन की मदहोशी छाई छाई।
रंग रंग होली है आई आई।