स्कूल की नगरी
स्कूल की नगरी
बहुत सुंदर है स्कूल की नगरी
शिक्षा का मंदिर जिसकी सरस्वती है देवी
शिक्षकों के मार्गदर्शन से, विद्यार्थियों की ज़िन्दगी संवरी
सम्पूर्ण व्यक्तित्व के विकास में सहयोग है इसका अग्रणी
ममता की छांव भी है और संतुलित अनुशासन भी
साथ मित्रों के, खिलखिलाता है बचपन भी
विद्यार्थी जीवन की यादें हैं अनगिनत सुनहरी सी
धूप, जाड़ा गर्मी और बरसात में भी दौड़ती थी ज़िन्दगी
विद्या और विद्यालय बिना, जीवन की कल्पना भी है मुश्किल सी
शिक्षा के पंखों से ही, मिलती नयी उड़ान, छू लेते गगन भी
बेटा बेटी दोनों के लिए शिक्षा है अनमोल और ज़रूरी भी।