शहीदों को श्रद्धांजलि
शहीदों को श्रद्धांजलि
चलो आज फूल चढ़ाते है, शहीदोकी मज़ार पर,
जिसने कर दी अपनी जान कुर्बान,वतन के नाम पर।
चलो आज फूल चढ़ाते है, शहीदोकी मज़ार पर
चलते थे जो सरहदो पर, अपना सीना तान कर,
खाई जीसने गोली,देश की आन,बान,शान पर ।
चलो आज फूल चढ़ाते है, शहीदोकी मज़ार पर
मुश्किल दौर मे भी, खडे रहे वो सरहद पर,
जान की बाजी लगाकर,बरस पडे दुश्मनो पर ।
चलो आज फूल चढ़ाते है, शहीदोकी मज़ार पर
बात जब तिरंगे की हो, तो वो पीछे नही हटते,
औढ लेते है तिरंगा, भूलकर सारे रिश्ते नाते ।
चलो आज फूल चढ़ाते है, शहीदोकी मज़ार पर
मिलती है सलामी उन्हे, तोपो की गुंज से,
आंसू भी नीकलते है,अपनो की आंखो में शान से।
चलो आज फूल चढ़ाते है, शहीदोकी मज़ार पर
मृदुल मन की आंखे भी नम हो जाती है,
बात जब जवानो के शहीद होने की आती है।
चलो आज फूल चढ़ाते हैं, शहीदों की मज़ार पर।
