सैनिक का हौसला
सैनिक का हौसला
खूल खिलौने खेले बचपन में
अब हाथों में बंदूक थी,
भारत मां की रक्षा करने के लिए
दिल में एक भूख थी,
मर जाएंगे मिट जाएंग
गलत नजर से हमारी मां को जो देखेगा,
कर देंगे छल्ली जो भारत देश को लूटेगा,
मां की लोरी छोड़कर आए ,
दूजी की रक्षा करने आए,
एक ने हमें जन्म दिया,
दूजी ने अपनी गोद में पाला है,
उस माँ का कर्ज चुकाना है,
अंकुर है इस धरती का ,
भारत देश के वासी है ,
सर ना झुकने देंगे हम,
अपनी मातृभूमि का,
शान से झंडा फहराएंगे ,
अपनी भारत माता का।
जय हिंद, जय भारत
भारत माता की जय।