रेस्पेक्ट आवर इंडियन आर्मी
रेस्पेक्ट आवर इंडियन आर्मी
हम फौजी हैं जनाब हम ऐसे ही होते हैं । कभी याद आता हैं गॉंव की गलियो का शोर तो खुद को लहरों के शोर मे डुबो लेते हैं
हम फौजी हैं जनाब हम ऐसे ही होते हैं ।
हमे भी याद आता हैं घर , परिवार , वो मॉं की ममता और पापा की डॉंट पर सब कुछ अपने अंदर समा लेते हैं
हम फौजी हैं जनाब हम ऐसे ही होते हैं ।
अभी छुट्टी नही मिल रही मॉं , अभी काम ज्यादा हैं बोल-बोल कर घरवालो को फुसला लेते हैं
हम फौजी हैं जनाब हम ऐसे ही होते हैं ।
कभी जब गम ज्यादा हो जाता हैं तो किसी को न बताकर अकेले मे थोडा रो लेते हैं
हम फौजी हैं जनाब हम ऐसे ही होते हैं ।
अपना तो एक ही उसूल हैं यारो या तो आयेंगे तिरंगा गाड़ के या तिरंगा में लपेट कर आयेंगे लेकिन आयेंगे जरुर
हम फौजी हैं जनाब हम ऐसे ही होते हैं ।
घर मे खाने के समय नखरे करते थे और यहॉं जैसा मिलता हैं वैसा ही खा लेते हैं हम फौजी हैं जनाब हम ऐसे ही होते हैं ।
