प्यार
प्यार
जीवन
का
निर्माण
प्यार के
गर्भ
से ही
होता है
यह
जीवन
एक
यात्रा है
प्यार के
बैसाखी से
यह
जीवन
चलता
रहता है
प्यार के
बूटी से
ही
इस जीवन
के सफर में
ऊर्जा
मिलती
रहती हैं
जीवन पथ
बड़े ही
दुरूह
होते है
कटीले
और
पथरीले
रास्ते
होते है
इस
रास्ते में
कहीं
दर्द
मिलता है
कहीं
तड़प
अगर
प्यार रहित
सफर
हो तो
यह
रास्ता
आसानी से
कट
जाता है
प्रेम रस को
पीकर ही
अनेकों
पड़ाव
अनगिनत
ठहराव
से होते हुए
अंततः
यह जीवन
मंजिल पर
पहुंचता है
जिसे
मृत्यु शिखर
कहते हैं।