प्रेम का ऐसा रंग लगा दो
प्रेम का ऐसा रंग लगा दो
प्रेम का ऐसा रंग लगा दो,
जो छूट न पाए किसी होली में,
आपस में कभी तकरार न हो ,
प्रभु ऐसी कृपा दो झोली में,
साथ रहें सब वैसे ही मिल कर,
जैसे सात रंग हो रंगोली में,
प्रेम का ऐसा रंग लगा दो,
जो छूट न पाए किसी होली में,
सौहार्द टपके इंसानों की बोली में,
क्या रखा है मित्रों, बारूद व गोली में,
इसलिए, प्रेम का ऐसा रंग लगा दो,
जो छूट न पाए किसी होली में,
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई,
आओ आज सभी एक टोली में,
और प्रेम का ऐसा रंग लगा दो,
जो छूट न पाए किसी होली में,
देश के हर अभिनंदन पर शान हो हमें,
गर्व हो साईना, मैरिकॉम, कोहली में,
प्रेम का ऐसा रंग लगा दो,
जो छूट न पाए किसी होली में,
भारत माता की हम ऐसी तस्वीर बनाऐं,
जैसे सजी हुई दुल्हन बैठी हो डोली में,
तो चलो, प्रेम का ऐसा रंग लगा दो,
जो छूट न पाए किसी होली में,