पिता जी
पिता जी
तव चरन में प्रणाम पिताजी
मेरे चारो धाम पिताजी
मेरीे जीवन की गाथा के
पतो पतो में नाम पिताजी
संकट काल में सबसे पहले
बतलाते आयाम पिताजी
उंगली पकड़के राह दिखाई
ना मांगे अकराम पिताजी
योद्धा खड़ा सरहद पे जैसे
ना पाए आराम पिताजी
ईश कृपा से हमने पाए
आप सम सुखधाम पिताजी!
