नयी उम्मीद
नयी उम्मीद
उम्र पचास पार कर लो जब
आँखो मे थकान की उदासी
न आने देना।
नया अध्याय शुरू करना तब
काम पुराने अगर अधूरे
देना अंतिम रूप उन्हें अब
शौक सभी कर लेना पूरे
शाम की दलानो पर......
रहें नहीं अरमान अधूरे
बच्चा बन बचपन जी लेना
दिन ये लौट न आयेंगे अब
कर्ज चुका देना तुम सारे
दिल मे खुशियों को जगह देना
फर्ज निभाना जो भी तुम्हारे
देना त्याग मोह को भी तुम
काम नहीं कुछ माया का अब!
