न भूलने वाला पल
न भूलने वाला पल
वो
हंसना
भी
क्या
जो
दिल की
गहराइयों
से
न निकले
वो मस्ती
हीं क्या
जो
आत्मा को
न छू ले
आनंद
तो
सब
ले लेते हैं
थोड़ा बहुत
लेकिन
जो
परमानंद को
प्राप्त
कर ले
वो ही
जीवन का
न भूलने
वाला पल है।
वो
हंसना
भी
क्या
जो
दिल की
गहराइयों
से
न निकले
वो मस्ती
हीं क्या
जो
आत्मा को
न छू ले
आनंद
तो
सब
ले लेते हैं
थोड़ा बहुत
लेकिन
जो
परमानंद को
प्राप्त
कर ले
वो ही
जीवन का
न भूलने
वाला पल है।