मुझे इस दुनिया में आने दो माँ
मुझे इस दुनिया में आने दो माँ
नन्ही सी जान कहलाती हूँ मैं,
दो कुलों के मान को उज्ज्वल
बनाती हूँ मैं।
फिर क्यों मुझे जन्म से पहले ही
मार दिया जाता है,
जबकि जीवन की जननी
कहलाती हूँ मैं,
मेरी कोशिकाओं ने अभी है
शरीर का रूप लिया,
फिर क्यों तुमने मुझसे
अपना मुँह फेर दिया।
तुमने भी तो माँ मुझे
महसूस किया है,
बातें की है मुझसे हमेशा,
प्यार मुझे भरपूर दिया है
मुझे मार कर तुम भी तो
पल-पल मरोगी
रोओगी छुप कर,
अपना दर्द किसी से ना कहोगी।
क्या अब संसार में ऐसी
स्थिति कभी नहीं आएगी,
जब बेटियों के जन्म पर भी
बेटों की तरह ख़ुशियाँ मनाई जाएगी।
हम बेटियों को भी बेटों की तरह
इठलाने दो माँ,
मुझे इस दुनिया में आने दो माँ,
मुझे इस दुनिया में आने दो माँ।