मन और जीवन
मन और जीवन


मन तो है एक चंचल हवा की तरह
जिसे हम जहां भी चाहें उसको उड़ा सकते हैं
मन तो कहता है मैं सारे दुनिया घूम कर आऊ
फिर नन्ही सी प्यारी सी दिल कहता हैं कि नहीं
तुम रुक जाओ कियुंकी तुम को याहन बहुत काम करना हैं
दुनिया में हर लोग बड़े नहीं होते
लेकिन दिल तो बड़ा हो सकता है
ईश लिए कभी किसीको छोटा मत सोचना
कियुं की हकीकत तो सबको पता है
लेकिन लोग समझ कर भी ना समझ बात करते हैं
क्या करे दुनिया तो एशी हैं
फिर हम को दुनिया के हिसाब से रहेना हैं
लेकिन कभी बी विवेक को मत भूलना
कियुन एक बिबेक तो है
जो सब काम ठीक कर सकता है
मन को काबू में रख कर
दिल को संभालो
विवेक को चंचल करो
फिर हम एक अच्छे इनसान हो सकते है।