क्यों भटक कर हम राहों में अच्छाइयों को है भुलाते। क्यों भटक कर हम राहों में अच्छाइयों को है भुलाते।
सफलता प्राप्त होने की खुशी मनाना अच्छा लगता है असफल होने पर किसी अपनों का हौसला मिल... सफलता प्राप्त होने की खुशी मनाना अच्छा लगता है असफल होने पर किसी अप...
जीवन में भी कभी-कभी आते हैं ऐसे तूफान विवेक से परे हो जाते लम्हे गिर जाते सोच के महल ढह ... जीवन में भी कभी-कभी आते हैं ऐसे तूफान विवेक से परे हो जाते लम्हे गिर जा...
न खोज ख़बर ये मुझको यह रास्ता मुझको किस और बैठाएगा। इन टेढ़े-मेढ़े रास्तों पे ....। न खोज ख़बर ये मुझको यह रास्ता मुझको किस और बैठाएगा। इन टेढ़े-मेढ़े रास्तों पे ....
देख लो कहीं तुम्हारे विवेक की खिड़की तो नहीं बंद है? अपने सोच को विकसित सिर्फ़ तुम ही तो कर... देख लो कहीं तुम्हारे विवेक की खिड़की तो नहीं बंद है? अपने सोच को विकसित ...
देव हो विराजमान, आसनी बिछी हुई, थाल है सजा हुआ कि भोग तो लगाइये देव हो विराजमान, आसनी बिछी हुई, थाल है सजा हुआ कि भोग तो लगाइये