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मौसम हो जाये सुहाना

मौसम हो जाये सुहाना

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 कागज़ ने पसारी बाहें

 स्याही को मिलीं राहें

 लिखीं थीं कुछ चाहें


 हो गया दिल खाली

 पानी से भरी निगाहें

अंगारे मन के जले

 मन में पले काहे


मिला उनको बहाना

कागज़ पर बने गाना

आत्मा को मिले शांती

मौसम हो जाये सुहाना



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