मौन का महत्व
मौन का महत्व
एक संत ने अपने शिष्यों को सभा में पूछा,
"मौन रहना किसे आता हे ?"
सब खड़े हुवे और बारी बारी से
अलग अलग जवाब दिया !
सिर्फ एक शिष्य था जो कि चुप बैठा
हुआ था ।
संत ने जब उसे भी पूछा तो
वह खडा हुआ ओर उसने मौन
रहकर
इशारों में ही जवाब दे दिया !
यह देख कर सारे शिष्य शर्मिदा हुवे,
और तालियों से इस मौन शिष्य का
अभिवादन किया !