वादा
वादा

1 min

185
साथ जीने मरने का वादा
तोड़कर चली गयी तुम।
अकेले इस जीवन सफ़र
अब मैं पूरा करूँगा कैसे ?
चाय का प्याला हाथों में
लेकर उठाती थी तुम मुझे,
आज बिना चाय के अब
मैं उठूँगा कैसे?
मेरे छिपे हुए आँसूओ को
जान जाती थी तुम।
आज उन आंसुओ को आते हुए
मैं रोक पाऊंगा कैसे?