मातृभाषा हिन्दी
मातृभाषा हिन्दी
सब भाषाओं में न्यारी हिन्दी
सब भाषाओं में प्यारी हिंदी
विश्व शांति की भाषा है ये
ये है जगत दुलारी हिन्दी
जन्म दिया है मुझको इसने
है मेरी मातृभाषा हिन्दी
भेद भाव नहीं करती किसी से
सबको गले लगाती हिन्दी
बांहे फैलाकर अभिनन्दन करती
गैरों को भी अपनाती हिन्दी
कभी दादी कि थपकी में मिल
किस्सा ये बन जाती हिन्दी
कभी कवि की वाणी में मिल
कविता ये बन जाती हिन्दी
कभी प्रेम का मिलन बन कर
मंद मंद मुस्कुराती हिन्दी
है मेरी मातृभाषा हिन्दी।