माँ की ममता
माँ की ममता
माँ की ममता में सीख हैं, सच्चाई है!
जिसकी कल्पना भगवान ने सजाई है!
होंठो पर गुस्सा, दिल में गहराई है!
मान गए तो सच्च, नही तो शब्दो की परछाई है!
किताबो में भी ना मिले ऐसी शिक्षा की चढ़ाई है!
हर दिन सुबह ,शाम मेरे नाम की रट लगाई है!
रोटी और कपड़ा हर बार की तहराई है!
माँ के मंदिर की है, सबसे प्यारी मूरत!
बच्चो के घरों की भी शहनाई हैं!
मन संजिला, जीवन कंठीला !
प्रेम की धुन ओर सपनो की सच्चाई है!
ऐसी मां हम सबने पाई है!"