लॉकडाउन
लॉकडाउन
जिंदगी के इस भाग दौड़ वाले सफर में
कुछ देर थमना सिखाया, तुमने
अपने सव्रप्रथम है यह बताया तुमने
रिश्तों की गरमाइश,
बच्चों के बचपन का एहसास कराया तुमने
खुद के लिए थोड़ा समय निकालना सिखाया तुमने
दूसरों के ग़म का एहसास, कराया तुमने
पैसों की एहमियत अपनों से है, यह समझाया तुमने
कौन अपने है, यह दिखाया तुमने
कुछ पल थमना भी, सिखाया तुमने
अहंकार किसी का टिकता नहीं,
ईश्वर से ऊपर कोई नहीं, यह बताया तुमने
जिंदगी कब क्या मोड़ ले ले, यह बताया तुमने
तिरमाखा समझते थे हम सब खुद को
आसमां से ज़मीं पर उतारा है तुमने
सृष्टि की अदभुत रचना है हम,
पर उसे छू नहीं सकते
छू लिया तो फिर बच नही सकते,
यह भी समझाया तुमने
उसकी कठपुतली हैं हम,
उसे कठपुतली समझ नहीं सकते,
यह भी समझाया तुमने
