कोरोना को भगाना है
कोरोना को भगाना है
आज जैसे जीवन ठहर सा गया है,
घर में जैसे कैद सा हो गया है,
सोशल मीडिया पर केवल
कोरोना ही कोरोना है
मानो जैसे सब कुछ रुक सा गया है,
आज जैसे जीवन ठहर सा गया है,
अब तो मानो गले मिलने का
चलन रुक सा गया है,
हाथ मिलाने के बजाय
नमस्ते करने का चलन आ गया है
कोरोना ने जैसे हमें वापस
अपनी संस्कृति का याद दिलाया है,
अब तो जीवन जैसे ठहर सा गया है,
अब हम सबका मिलकर
एक कर्तव्य रह सा गया है,
हमने सोशल दूरी को अपने
जीवन में अपनाया है,
अपने जीवन में स्वच्छता,
हाथों को कीटाणुमूक्त व घर को भी
कीटाणु मुक्त करते रहने को भी अपनाया है,
अब तो जीवन जैसे ठहर सा गया है
घर में जैसे कैद सा हो गया है,
हमने अब तो ठान लिया है कोरोना को
अब तो देश से बाहर भगाना है,
लॉक डाउन को हर हाल में सफल बनाना है,
सरकार के प्रयासों को सफल बनाना है
हर कदम पर सहयोग करना है
आज तो जीवन ठहर सा गया है
घर में जैसे कैद सा हो गया है