कई बार ज़िन्दगी में....
कई बार ज़िन्दगी में....
कई बार आँसू बहने से
पहले रोक लिए जाते है।
कई बार लफ्ज़ बयां करने से
पहले ही चुप कर दिए जाते है।
कई बार ज़िन्दगी जीने से
पहले ही एक पल में मार दिए जाते है।
कई बार कहानी की शुरुआत पढ़ने से
पहले ही आखरी पन्ने पढ़ लिए जाते है।
कई बार सच्चाई बताने से
पहले ही झूठा दिए जाते है ।