काल्पनिक अवध(आधुनिक भारत)
काल्पनिक अवध(आधुनिक भारत)
सिंहासन पर बैठा हर नंद (चीन) ही मगध है
राम राज्य की कल्पना में आज का अवध (भारत)है,
कोई चाणक्य -चंद्र सा गुरु शिष्य आए
पुनः मगध को स्वर्ण शिखर पर सजाए,
छेड़े सत्तावन सा युद्ध कोई, झांसी को सिरमौर बनाएं
पांडे, पेशवा जैसे कोई धर्म ध्वजा लहराए,
आज़ाद सा कोई, विदेशी रीति नीति से आज़ाद कराएं
भगत जैसे कोई, पगड़ी की शान बढ़ाए,
पोरस जैसे पारस, भरत सा मां का लाल
इंडिया को पुनः सोने की चिड़िया"हिंदुस्तान" बनाएं।
राम राज्य की पताका,संपूर्ण विश्व में लहराए,
कोई नंद फिर मगध में साम्राज्य ना बसा पाए!