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Priyanka Gupta

Abstract Inspirational Others

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Priyanka Gupta

Abstract Inspirational Others

काला गुलाब

काला गुलाब

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भारतीय अभिनेत्री पर नस्ल भेदी टिप्पणी,

विदेशों में भारतीय छात्रों पर नस्ल भेदी हमले,

न जाने क्यूँ हम भारतीयों को झिंझोड़ देता है।

लेकिन टीवी पर गोरा बनाने वाली क्रीम का विज्ञापन,

कैसी वधू चाहिए का अखबारों में वैवाहिक विज्ञापन,

न जाने क्यूँ चुपचाप जीवन का हिस्सा बन जाता है।


काले वर्ण वाले मनुष्य को कह देते हैं हब्शी,

अपने पूर्वाग्रह से ग्रस्त अपराधी मानकर बनाते हैं दूरी,

न जाने क्यूँ वर्ण चरित्र का प्रमाण बन जाता है।

सीता ही नहीं द्रौपदी भी थी श्याम वर्णा,

हमारे तो नटखट कृष्ण भी थे श्यामा,

न जाने क्यूँ श्यामली तनुजा कोई नहीं चाहता है।


काला गुलाब तो माना जाता है बड़ा ही दुर्लभ,

वहीं काला ब्लैक बोर्ड बन जाता है विद्या दान का माध्यम,

न जाने क्यूँ काला काली शब्द कमी का बोध कराता है।


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