मेरे गोविंद तुम ही गोपाल तुम ही. मेरे गोविंद तुम ही गोपाल तुम ही.
कैसी वधू चाहिए का अखबारों में वैवाहिक विज्ञापन, न जाने क्यूँ चुपचाप जीवन का हिस्सा बन कैसी वधू चाहिए का अखबारों में वैवाहिक विज्ञापन, न जाने क्यूँ चुपचाप जीवन का ह...