जिंदगी
जिंदगी
तमन्नाओं के झूले में झूलना,
अरमानों की बारिश में भीगना,
गिरना, संभलना, उठना और सीखना,
इसी का नाम है जिंदगी
जब दिल में बेहद प्यार हो,
न सामने दीवार हो
फिर भी न तय हों फासले,
इसी का नाम है जिंदगी,
हर पग पे हों कांटे बिछे,
न दूर तक मंजिल दिखे,
हो दिल में फिर भी आरजू,
इसी का नाम है जिंदगी
मिल जाए जब अपना कोई,
खिलने लगे दिल की कली,
बेवक्त तभी आ जाए खिजा,
इसी का नाम है जिंदगी,
यह जिंदगी अजीब है,
अपना अपना नसीब है,
हर पग पे परखे तुझे,
उसी का नाम है जिंदगी।
