STORYMIRROR

ANURAG DIXIT

Abstract

3  

ANURAG DIXIT

Abstract

जिन्दगी से हाथ धोने से भला

जिन्दगी से हाथ धोने से भला

1 min
263

जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही

खुद से अपने हाथ धोवें सबको समझावें सही


ना छुए चेहरा स्वयं का तय ये कर लेवें सभी

संक्रमित से माहिरों ने तीन फुट दूरी कही


जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही

छींकने औ खांसने में स्वच्छ कपड़ा रख सही


कुछ दिनों को तप करें रह कर सभी जन स्वग्रही

स्वच्छ हो परिवेश तन मन स्वस्थ हो पूरी मही


जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract