STORYMIRROR

Anu Mehta

Abstract

4  

Anu Mehta

Abstract

जीना अभी बाकी है

जीना अभी बाकी है

1 min
341


जीना अभी बाकी है – 

जिन हालातों ने पटका है जमीन पर,उन्हें उठकर जवाब देना अभी बाकी हैं।


चल रही हूँ मंजिल के सफर में,मंजिल को पाना अभी बाकी हैं,

कर लेना चर्चा दो लोगो के बीच में मेरी हार की,कामयाबी का शोर मचाना अभी बाकी हैं ।


कर लो अपनी मनमानी,मेरा वक्त आना अभी बाकी है,

कर रहे हो सवाल मुझे जो loser समझ कर, उन सबको जवाब देना अभी बाकी हैं।


निभा रही हूँ अपना किरदार जिंदंगी के मंच परपरदा गिरते ही तालीयाँ बजना अभी बाकी हैं,

कुछ नहीं गया हाथ से अभी तो, बहुत कुछ पाना बाकी है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract