जहां चाह है वहाँ राह है
जहां चाह है वहाँ राह है
जहां चाह है वहाँ राह मिल ही जाती है ,
चाह का होना जरूरी है ।
चाह होनी चाहिए,
कुछ करने की
कुछ बनने की,
अपने पैरो में खड़े होने ,
की चाह होनी चाहिए,
चाह से ही आप ,
अपने जिंदगी में
कुछ कर सकते हो।
चाह से ही आप,
अपनी पहचान बना सकते हो ।
चाह कुछ तो होनी चाहिए,
चाह के बिना
राह नहीं मिल सकती है
चाह अगर हो
तब बंध ताला,
भी खुल जाता है ।
चाह अगर हो
तब जिस क्षेत्र में
डिमांड एंड सप्लाई की कमी हो
तब भी वो तकलीफों का
हल होता है
चाह से ही रास्ते मिलते जाते है ।