प्रियंका ढोमणे
Drama
मुझ में हुनर ,
कुछ नहीं है खास
अकेलेपन के सिवा,
कुछ नहीं है मेरे पास।
हुनर
पिया खींचे जब चुपके से मोरी चोली थी मज़बूर पिया संग खेलन को होली। पिया खींचे जब चुपके से मोरी चोली थी मज़बूर पिया संग खेलन को होली।
आज़ादी के इतने सालों बाद देश की हकीकत बयाँ करती एक कविता... आज़ादी के इतने सालों बाद देश की हकीकत बयाँ करती एक कविता...
कभी ज़मी पर चला है ज़िंदगी पानी का बुलबुला है। कभी ज़मी पर चला है ज़िंदगी पानी का बुलबुला है।
जिस्म को जान तो, ये हसीन पल ही दे जाते हैं। जिस्म को जान तो, ये हसीन पल ही दे जाते हैं।
हर परिस्थिति तो अनुकूल हो नहीं सकती जैसी हो स्वीकार करो, और प्रसन्न रहो बस। हर परिस्थिति तो अनुकूल हो नहीं सकती जैसी हो स्वीकार करो, और प्रसन्न र...
दिलों में प्यार भर जाए, यही तो है होली का है असर। दिलों में प्यार भर जाए, यही तो है होली का है असर।
हार कर रुक जाना आसान है, काँटो पर चलते जाना मुश्किल।। हार कर रुक जाना आसान है, काँटो पर चलते जाना मुश्किल।।
निकाल दो ये पट्टियां, पहन रखा है जो समाज ने... निकाल दो ये पट्टियां, पहन रखा है जो समाज ने...
जीवन का क्या है मतलब, ये किससे पूछे 'राही' घने-घने बरगदों के नीचे भी, अब कहाँ छाँव है...? जीवन का क्या है मतलब, ये किससे पूछे 'राही' घने-घने बरगदों के नीचे भी, अब कहाँ छा...
वक्त के इम्तिहान पर, खरे उतरे हम,,, वक्त के इम्तिहान पर, खरे उतरे हम,,,
पर क्या उसे वो पसंद था ज़िंदगी ख़त्म थी साँस बाक़ी थी। पर क्या उसे वो पसंद था ज़िंदगी ख़त्म थी साँस बाक़ी थी।
जख्मों से कह दूंगा अपनी औकात में रहो हर दर्द को बाहर का रास्ता दिखा दूंगा... जख्मों से कह दूंगा अपनी औकात में रहो हर दर्द को बाहर का रास्ता दिखा दूंगा...
कि यकीन हों ही जाता अपने इस रिश्ते की परिपक्वता में सभी को तब। कि यकीन हों ही जाता अपने इस रिश्ते की परिपक्वता में सभी को तब।
उनकी दी हुई सीख की भली कही आपने। कट जाए गर्दन पर सर झुकाना नहीं आता है। उनकी दी हुई सीख की भली कही आपने। कट जाए गर्दन पर सर झुकाना नहीं आता है।
जन्मदिन की शुभकामनाएं तुम को तुम नायाब हो मेरी जान पूरे जमाने में ।। जन्मदिन की शुभकामनाएं तुम को तुम नायाब हो मेरी जान पूरे जमाने में ।।
मेरे दिल में तुम्हीं थे, दूसरा कोई नही। तुमसा मुझको फिर मिला कोई नही। मेरे दिल में तुम्हीं थे, दूसरा कोई नही। तुमसा मुझको फिर मिला कोई नही।
मैं हूँ तेरे दिल की धड़कन, तू है मेरी सांसों की सरगम, मैं हूँ तेरे दिल की धड़कन, तू है मेरी सांसों की सरगम,
जीवन की क्यारी में हंसी के फूल को ढूंढते , गम की धुल का गाँव बसा लिया जीवन की क्यारी में हंसी के फूल को ढूंढते , गम की धुल का गाँव बसा लिया
तुझको मेरे दिल में समाऊँ मैं, क्यूँ रहेती है तू दूर मुझसे ? तुझको मेरे दिल में समाऊँ मैं, क्यूँ रहेती है तू दूर मुझसे ?
तुम तो चैन से रहती नहीं हो, मुझ को बेचैन न किया करो।... तुम तो चैन से रहती नहीं हो, मुझ को बेचैन न किया करो।...