हसरते
हसरते
हसरते अभी भी जिंदा है, जिएंगे कैसे यह भी एक ख्वाब है।
नजर ना आए तब क्या करे बड़ा पेचीदा सवाल है,।
नफरत करने से मुझे क्या हॉसिल हुआ?
आज भी दिल में दर्द भरा सुकून है।
अक्सर मात खाई जिंदगी में यही सोचकर
उसकी नैमत है।
मेरे ख्याल से आज भी दुनिया में बस
उसकी ही रहमत है।
