हिन्दी दिवस प्रतिस्पर्धा नहीं उत्सव" पर "हम हिंन्दी तनय हैं"
हिन्दी दिवस प्रतिस्पर्धा नहीं उत्सव" पर "हम हिंन्दी तनय हैं"
हम हिन्दी तनय हैं
यह माता है हमारी,
मातृभाषा को भूलना
यह अपराध है भारी।
एक भाषा एक जीव
सब का यह नारा हो,
सर्वधर्म समभाव हो
यही सूत्र हमारा हो।
राजभाषा को सम्मान दिलाए
सभी गौरवमान हो
मातृभाषा पर गर्व करें
यही हमारा स्वाभिमान हो।
वर्तमान में जिसने पैदा किया
सब उसका सम्मान करें
भारत में भिन्न-भिन्न बोली
पर हिन्दी पर अभिमान करें।
मातृभाषा उन्नति का आधार है
सभी गुणों का सार है,
सहज सरल है यह भाषा
हिन्दी का हम उपकार करें।
मातृभाषा हिन्दी है सर्वोपरि
यह सब को मैं समझा रही,
हम भारतीय हिन्दी तनय हैं
हिन्दी माता है हमारी।