है वक्त
है वक्त
कब तुम होतेहो सुभादायक
कब लाते हो घोर अंधकार l
है वक्त
तुम सबसे श्रेष्ठ मित्र हो
ना कारते हो अकेले किसक।
है वक्त तुम सबसे बड़ा बलवान हो
अहंकारी का अहं तोड़ते हो।
है वक्त
तुम सबका मुखसाखी हो
ना तुमसे कोई कुछ छुपापाया।
है वक्त
तुमको जो सम्मान करे
उसे देतेहो ठीक परामर्श।
है वक्त
बर्तमान का जो सतप्रयोग करे
उसकी नैया को पार तू करे ।
है वक्त
तुम सबसे बड़ा धनवान
कोई तुमको विफल क्या करे।
है वक्त
तुमसे कोई चल कपट क्याकरे
तुमको क्या कोई परेशान करे।
है वक्त
तुम सबका हिसाब रखने वाले
सबका अंदर हीरा तरासेने वाले।
है वक्त
लालच,लोभ की प्रतिभासा नजानो
काली रात को चमकती भोर ना बोलो।
है वक्त
तुम कितना गुणवान हो
खामोश रहकर समझदारी दिखाते हो।
है वक्त
तुम बिन कहे अलफाज है
जो मौन से भी बातें कर जाए।
है वक्त तुम सूरजकी पहली किरण हो
जब आते हो कुछ सिखाजाते हो ।
अच्छा हो या बुरा वक्त
कर्मो से ही वक्त बदलता है।
