गुलमोहर
गुलमोहर
जब जीवन तपते सूरज सा तुमपर सौ-सौ वार करे
हर पल, हर क्षण, हर पथ पर जीना दुश्वार करें
तब अपने आंगन में खिले गुलमोहर से हो जाना
अपने सुर्ख रंगों से आभा नयी जगाना
गर्म दुपहर सी कठिनाइयों में भी अपना रंग बिखेर
गुलमोहर सा मंद मंद मुस्काना.
जीवन की हर कठिनाई में गुलमोहर बन जाना
तुम गुलमोहर बन जाना..