गिरगिट और लोग
गिरगिट और लोग
अक्सर लोगों को गिरगिट कहा जाता है
जो पत्ते पर जाए तो हरा
जमीन पर रहे तो भूरा
फल पर रहे तो लाल
मैंने जब जिंदगी की यादों का बक्सा खोला
अनेक रंग पाए
सोचती थी, अगर पत्ते पर हूं तो हरी ही रहूंगी
पर जिंदगी की नदी ने नीला भी कर डाला
मैं एक रंग के पीछे भागती रही
लेकिन हरकतों ने जिंदगी का इंद्रधनुष दिलवाया
सच, इंसान की एक सूरत नहीं है
बल्कि गिरगिट जैसा हर एक रंग होता है
फर्क बस यही
गिरगिट का रंग अदृश्य नहीं होता
और इंसान का रंग दृश्य नहीं रहता।