एक एहसास !
एक एहसास !
एक अजीब सा एहसास होता है,
ना जाने क्या ख़ास होता है,
तुम्हारी एक झलक में !
एहसासों का एक सा सैलाब उमड़ाता है,
जिंदगी के समंदर मे !
तुम्हारे गीतों मे जिंदगी बस्ती है मेरी,
और तुम्हारे होठो कि मुस्कान से,
एक सुकून सा मिलता है मेरे दिल को !
तुम्हारे होने का
एहसास भी अजीब सा है,
दूर हो तुम फिर भी पास लगते हो,
जाने क्यूँ कुछ ख़ास से लगते हो ?
